Donkey route से हजारों भारतीय युवा हर साल दक्षिण अमेरिका के जंगलों से होते हुए, जान का खतरा उठा कर अमेरिका पहुँचते हैं, जानिए ऐसा क्यों और कैसा होता है?
Donkey route से जाने वालो की संख्या आपको हैरान कर देगी
अमेरिकी (सीबीपी) के अनुसार, अकेले 2023 में 96,917 भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने का प्रयास करते हुए गिरफ्तार किया गया था। यह भारतीयों को अमेरिका में तीसरे सबसे बड़े अवैध आप्रवासी समुदाय के रूप में रखता है, जिनकी कुल संख्या लगभग 725,00 है ।
लोन ले कर जाते हैं ख़तरनाक Donkey route से
भारतीय इसके लिए 50 लाख तक भुगतान करते हैं, पैसा एजेंट को देना होता है, जो टिकट, वीजा, क्या रूट होगा, कब जाना है सब तय करते हैं।
आम तौर पर गुजराती, पंजाबी, हरियाणवी, लड़कों की संख्या बहुत ज्यादा है, अपने अमेरिकी सपने को सच करने ये लड़के अच्छी जिंदगी की तलाश में जाते हैं, हलाकी इनमे से कुछ पनमा के जंगलों में मर भी जाते हैं।
कौन से देश Donkey Route का हिसा है?
एजेंट Donkey मारने वालो को टूरिस्ट वीज़ा पर पहले दुबई या इसांतबुल ले जाते हैं।
फिर दक्षिण अमेरिका के किसी देश में ,जहां से वे लोग जंगलो के रास्ते कई देश पार करते हुए, होंडुरस, निकारागुआ, पनामा होते हुए वे सभी मेक्सिको सीमा पार करते हैं, और यहां सब मुमकिन होता है दक्षिण अमेरिका और मेक्सिको के भ्रष्ट अधिकारियों के कारण से।
अमेरिका क्यू देता है शरण?
Donkey Route अवैध जाने वालो को यह साबित करना होता है कि उन लोगो को उनके अपने देश में कोई धार्मिक कारण से खतरा है।
Ya तो फिर वे LGBTQ+ समुदाय से हैं जिनके देश में रहने की इजाज़त नहीं है,और वे अपना अधिकार चाहते हैं।
Donkey route में सफ़लता का फ़ल क्या होता है?
अवैध तारिके से जाने वाले लड़के, अमेरिका के पेट्रोल पंप, किराने की दुकान, कार वॉशिंग स्टेशन, पर काम करते हैं।
इन लड़कों की सैलरी 3 लाख से 5 लाख होती है, और ये सभी घर को एवरेज 2 लाख भेजते हैं, जिसकी वजह से इनके गांवों में इनके परिवार की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में काफी बदलाव आता है।
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